Wednesday 1 February 2017

इंटरनेशनल सूरजकुंड शिल्पकला मेले को जाने मेरी जुबानी

नमस्कार दोस्तों मेरा नाम रोहित शर्मा है मैं बहुत बघ्याशाली हूँ की मुझे बहुधान्य.ब्लागस्पाट.इन के माध्यम से आपके साथ जुड़ने का मौका मिल रहा है, आज से हम एक नया सेगमेंट शिरू कर रहे  है जिसमे हरियाणा को जानेंगे इसमें हमारा जो फोकस रहेगा वो आपको हरियाणा के बारे में जानकारी प्रदान करना है जो आगामी परीक्षाओ के लिए बहुत महत्व पूर्ण है तो "आए हरियाणा को जाने" |




हमारा आज का विषय है "इंटरनेशनल सूरजकुंड मेला" जो की आज से यानि 1 फरवरी से 15 फरवरी 2017 तक चलेगा, यह हरियाणा के फरीदाबाद शहर में आयोजित किया जा रहा है विश्व में इस हस्तशिल्प मेले ने अपनी एक अध्बुत पहचान बनाई है जिससे हरियाणा टूरिसम को एक नया अयाम मिला है परम्परा,विरास्त और संस्कृति के अध्बुत मिश्रण के साथ-साथ माटी की महक सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले की पहचान है यह मेले हर वर्ष हरियाणा सरकार द्वारा फरवरी के महीने में आयोजित किया जाता है हर साल मेले का एक थीम रहता है और थीम के अनुसार ही मेला स्थल की साज सज्जा की जाती है |आज यह मेला ना केवल दुनिया की हलचल से दूर एक आदर्श जगह है, बल्कि  कलाकारों , फैशन Designers और वयंजन प्रेमियो के लिए एक स्वर्ग है |


सूरजकुंड का इतिहास - इतिहास के पन्नो को पलटने से पता चलता है की इस स्थान की सुंदरता से आकर्षित होकर "तोमर वंश" के राजा "सूरजमल" ने सूर्य मंदिर और सूर्य सरोवर का निर्माण करवाया था, समय के साथ मंदिर अब नष्ट हो गया है परंतु सरोवर के अवशेष अभी भी नज़र आते है , इसी सूर्य सरोवर के नाम से इस स्थान को सूरजकुंड का नाम दिया गया |


यह मेला 1987 से मनाया जा रहा है परन्तु तब यह एक सिमित पहचान बनाए हुआ था इसको अपनी रियल पहचान सन 1989 से मिलने लगी जब यह ग्रामीण मेले ना होकर राज्यस्तरी मेला बन गया | कहने का अर्थ यह है की 1989 के बाद से भारत के किसी एक राज्य को हर साल मेले के थीमराज्य के रूप में प्रस्तुत किया जाता है जिसमे थीम राज्य को मेला मैदान में एक यादगार दरवाजा या द्वार का निर्माण करना होता है |


सूरजकुंड मेले का पहला थीम राज्य1989 में जो थीम राज्य था - वो राजस्थान था

1990 में जो थीम राज्य था - वो पशिम बंगाल थापरन्तु 2012 आते आते इस मेले ने अपनी पहचान अंतराष्ट्रीय रूप में बना ली, तथा इसके बाद इस मेले में थीम राज्य के साथ थीम देश को भी जोड़ा गया |

26th - सूरजकुंड मेला- 2012 में पहला सहभागी देश का गौरव "थाईलैंड" को मिला |


30th - 2016 - प्रदेश - तेलेंगाना - देश - चीन और जापान


31th -2017  - प्रदेश - झारखण्ड - देश - मिस्र


31th सूरजकुंड मेले का उद्धघाटन हरियाणा के मुख्यमंत्री  द्वारा किया जाएगा, इसके इलावा हरियाणा टूरिज्म विभाग द्वारा इसमे कुछ कॉसमेटिक परिवर्तन किये गए है कहने का अर्थ है की यदि आपने  मेले में जाने का मन बनाया है तो इस बार डिजिटल भारत को प्राथमिकता देते हुए एंट्री टिकेट पेपरलेस रहेगी और आपको ऑनलाइन "बुक माय शो " की वेबसाइट से करवानी होगी, जिसमे आपका  फ़ोन नंबर प्रयोग होगा और एक बारकोड आपके रजिस्टर फ़ोन नंबर पर आएगा जो आपकी एंट्री टिकेट होगी, अंत में यही कहना चाहता हूँ आपको यह ब्लॉग कैसा लगा अपना सुझाव जरूर भेजे | धन्यवाद


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